हजारीबाग
हजारीबाग में महापुरुषों का अपमान थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर की चौक चौराहा पर स्थापित किए गए महापुरुषों की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। दो दिन पहले मंगलवार की रात पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने स्वतंत्रता सेनानी सिदो कान्हू की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया था। जिससे आदिवासी समाज आंदोलन हो उठा था। सड़क जामकर आंदोलन की चेतावनी दी थी। यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि बुधवार की रात बदमाशों ने सदर प्रखंड मुख्यालय के सामने शहीद नीलांबर पीतांबर की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया।
अराजक तत्वों ने नीलांबर पीतांबर प्रतिमा को गिराने का बहुत प्रयास किया, लेकिन 26 जुलाई की रात पूर्व मुख्यमंत्री केबी सहाय और सिदो कान्हू की प्रतिमा क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद हाल के दिनों में नवनिर्माण मे मजबूती के कारण बदमाश सफल नहीं हो पाए। तब उनके हाथ के तीर धनुष को क्षतिग्रस्त कर चलते बने। जैसे ही सदर पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली। पुलिस के होश फाख्ता हो गए। प्रतिमा तोड़ने के रोकने के प्रयास असफल हो गए।
सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो वह खराब निकले। मामले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। किसी भी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सदर अंचल अधिकारी और सदर थाना की पुलिस घटनास्थल पर जमी रही।
शहर में स्थापित प्रतिमाओ को देखभाल करने वाला कोई नहीं
महापुरुषों या देश के शहीदों के प्यार और सम्मान में लोग क्या-क्या नहीं करते हैं। उनके नाम पर संस्थाएं, मेमोरियल सड़क के नाम रखे जाते हैं। चौक चौराहा पर प्रतिमा स्थापित कर दी जाती है। शहर के दर्जनों स्थान में जोश खरोश के साथ बस स्टैंड के पास झारखंड के वीर बिरसा, झील पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, इंद्रपुरी चौक पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, सर्किट हाउस के पास महाराणा प्रताप, पोस्ट ऑफिस चौक के पास वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। जैसे ही उनके प्रशंसकों का जोश ठंडा हो गया और अब वह स्थापित प्रतिमाएं को कुव्यवस्था की शिकार हो रही है। जिन लोगों ने प्रतिमा स्थापित करने के लिए जोश ओ खरोश दिखाया था। यह प्रतिमाएं उनके लिए वह अतीत बन गया है। वहां साफ सुथरा और देखभाल करने की जिम्मेदारी उठाने वाला कोई नहीं है। इन महापुरुषों के मूर्तियों के ऊपर शेड भी नहीं है। जिसके कारण धूप हो या बरसात, सालों पर प्रतिमाएं प्रकृति की मार झेलती रहती है।
शेड नहीं रहने से पक्षियों के बीट इन प्रतिमाओं को खराब कर रहे हैं। उसमें यूरिक एसिड व अन्य रासायनिक यौगिक होते हैं। जो अम्लीय होते हैं जिस प्रतिमा का रंग उड़ रहा है। उसमें दाग लग रहा है। प्रतिमा का क्षरण भी हो रहा है। अब उनके प्रशंसकों प्रशासन और राजनेताओं का ध्यान इस और नहीं जाता है। जब आयोजन होता है। वहां साफ सुथरा कर माला पहना दी जाती है। लेकिन विडंबना है कि इन प्रतिमाओं के उचित प्रबंधन की ओर ध्यान नहीं जाता है।
दोषियों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई की जाए : कांग्रेस
झारखंड की धरती के महान क्रांतिकारी शहीद निलांबर–पीतांबर भोगता की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने का असामाजिक तत्वों का प्रयास अब जिले की राजनीति का बड़ा मुद्दा बन गया है। गुरुवार को पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने इस घटना को इतिहास और बलिदान की विरासत पर हमला बताते हुए गहरी नाराज़गी जताई। सूचना मिलते ही मुन्ना मौके पर पहुँचे और प्रतिमा की स्थिति का निरीक्षण किया। प्रतिमा में लगे धनुष को आंशिक रूप से तोड़ने का प्रयास किया गया था। उन्होंने तुरंत ही जिला उपायुक्त और पुलिस कप्तान से फोन पर बातचीत कर विस्तृत जानकारी साझा की और दोषियों को शीघ्र चिन्हित कर कठोर कार्रवाई की मांग की।
महापुरुषों की प्रतिमा की सुरक्षा पुलिस के लिए बनी चुनौती
जानकारी मिलते ही हेल्पिंग ट्रस्ट इंडिया हजारीबाग के अध्यक्ष शाहिद हुसैन अपने समर्थकों के साथ नीलांबर पीतांबर चौक पहुंचे। उन्होंने महापुरुषों की प्रतिमा लगातार तोड़े जाने पर चिंता जताते जिला प्रशासन के खिलाफ आंदोलन चलाने की बात कही। वही महापुरुषों की प्रतिमा को सुरक्षा प्रदान करना पुलिस के लिए भी चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद उन्होंने कोर्रा थाना प्रभारी से इस संबंध में बात की तो उन्होंने वहां पर सीसीटीवी कैमरे खराब रहने की बात कही उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में जहां से पूरे जिले मे कानून-व्यवस्था को नियंत्रित किया जाता है। वहां अव्यवस्था की स्थिति है। सीसीटीवी मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए कई टीवी खराब पड़े हैं। शहर में मात्र 48 सीसीटीवी कैमरे चालू हैं। जबकि दर्जनों खराब पड़े है। इसके कारण शहर में अपराध बढ़ रहे हैं।