जुलाना
भारत की स्टार महिला पहलवान और हरियाणा की जुलाना सीट से विधायक विनेश फोगाट अब एक नई भूमिका में हैं – मां की। मंगलवार सुबह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उन्होंने बेटे को जन्म दिया। इस खबर ने फोगाट और राठी परिवार ही नहीं, पूरे खेल जगत में खुशी की लहर दौड़ा दी। सोमवार रात को विनेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार की सुबह परिवार को वह पल मिला जिसका बेसब्री से इंतजार था – एक स्वस्थ बेटे का जन्म हुआ। ससुर राजपाल राठी ने बताया कि डिलीवरी सीज़ेरियन प्रक्रिया से हुई। उन्होंने कहा, "बेटी का शरीर कुश्ती से बना हुआ है, टाइट है… इसलिए ऑपरेशन जरूरी था। लेकिन मां और बेटा दोनों स्वस्थ हैं।"
रिंग की रानी बनी मां – नई भूमिका, वही जुनून
विनेश फोगाट – यह नाम ही संघर्ष, जज्बा और देश के लिए जीत का पर्याय बन चुका है। चोटों से उबरकर ओलंपिक और एशियाई खेलों में वापसी करना उनके लिए आम बात रही है। लेकिन इस बार की लड़ाई निजी थी मातृत्व की।
6 मार्च को उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रेग्नेंसी की घोषणा की थी और अब उन्होंने मातृत्व का असली पदक हासिल किया है।
फोगाट परिवार में फिर गूंजी किलकारियां
फोगाट परिवार ने भारतीय कुश्ती को गीता, बबीता और विनेश जैसी चमकती सितारों से नवाज़ा है। अब इस विरासत में एक और नाम जुड़ गया है — विनेश का बेटा। कौन जाने, कल यही नन्हा पहलवान उसी अखाड़े में उतरेगा, जहां उसकी मां ने इतिहास रचा।
कुश्ती से मातृत्व तक का सफर — असली जीत
वजन कटिंग, इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स की तैयारियां और राजनीति के साथ पहलवानी में संतुलन बनाए रखना आसान नहीं रहा, लेकिन अब विनेश ने मां बनने के रूप में अपनी सबसे बड़ी ‘विक्ट्री’ दर्ज की है। यह सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक परिवर्तन भी है — एक चैंपियन से अब एक मां के रूप में।
क्या वापसी करेंगी विनेश फोगाट?
अब सवाल यह है कि क्या रिंग की यह रानी दोबारा अखाड़े में उतरेगी? क्या उनका बेटा उनकी जय-जयकार के बीच उन्हें फिर से चैंपियनशिप की ओर बढ़ने को प्रेरित करेगा? समय ही जवाब देगा, लेकिन आज इतना तय है — विनेश ने एक नया अध्याय शुरू किया है, जिसमें जीत सिर्फ मेडल नहीं, एक संपूर्ण जीवन है।