मुज्जफरपुर
मुजफ्फरपुर जिले में बागमती नदी एक बार फिर से कहर बरपाने लगी है। नदी के जलस्तर में लगातार तेज़ी से वृद्धि हो रही है, जिससे निचले इलाकों में पानी फैलने लगा है। कटरा प्रखंड को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली पीपा पुल पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है, जिससे संपर्क पथ टूट गया है। परिणामस्वरूप क्षेत्र की करीब 18 पंचायतों का जिला और प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है।
अब स्थानीय लोगों को बेनीवाद के रास्ते से होकर जिला मुख्यालय तक पहुंचना पड़ रहा है। हालांकि, जलस्तर में कमी आने के बाद हालात सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन फिलहाल आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बागमती के जलस्तर में अचानक हुई बढ़ोतरी से प्रखंड क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। बताया जा रहा है कि आज सुबह से ही नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इससे पहले अतरार घाट पर बना चचरी पुल भी ध्वस्त हो चुका है। अब पीपा पुल के दोनों छोर पर तेज़ी से पानी बह रहा है। हालांकि प्रशासनिक कर्मी पुल की मरम्मत में लगातार जुटे हुए हैं।
पीपा पुल पर पानी चढ़ने और संपर्क पथ टूटने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर आक्रोश व्यक्त किया है। उनका कहना है कि औराई विधानसभा क्षेत्र में आज तक स्थायी पुल का निर्माण नहीं हो सका है। हर चुनाव में नेता पुल बनाने का वादा करते हैं, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं होता।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल बाढ़ की त्रासदी झेलना अब उनकी नियति बन गई है। वे कहते हैं कि अब तो हम इस विभीषिका के आदि हो चुके हैं। हर साल त्राहिमाम करते हैं लेकिन सरकार और प्रशासन की तरफ से सिर्फ आश्वासन ही मिलता है, समाधान नहीं।