नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार एक्टिव नजर आ रहे हैं। वह बार-बार दोनों देशों के बीच सीजफायर की क्रेडिट ले रहे हैं। साथ ही यह भी दावा कर रहे हैं कि उन्होंने परमाणु युद्ध होने से रोक दिया। इस सबके बीच एक खबर आई है कि ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर के साथ लंच की और इस दौरान उन्होंने भारत-पाकिस्तान तनाव और ईरान-इजरायल युद्ध सहित कई मुद्दों पर बात की।
डोनाल्ड ट्रंप अक्सर किसी भी बड़े नेताओं और अधिकारियों के साथ मुलाकात की तस्वीर रीयल टाइम में अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए जारी करते रहे हैं। यहां तक की उन्होंने हाल में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बेटे के साथ बिताए पल के बारे में एक्स पर लिखा था। लेकिन उनके किसी भी आधिकारिक हैंडल पर मुनीर के साथ लंच की तस्वीर अभी तक जारी नहीं की गई है। इसे पाकिस्तान के बेइज्जती के तौर पर देखा जा रहा है।
वाइट हाउस में बुधवार को ट्रंप और पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर के बीच हुई बैठक के बाद पाकिस्तानी सेना के मीडिया प्रकोष्ठ इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि उन्होंने आतंकवाद-रोधी संयुक्त प्रयासों पर भी चर्चा की। आईएसपीआर ने अपने बयान में कहा कि दोनों के बीच चर्चा में व्यापार, आर्थिक विकास, खान और खनिज, कृत्रिम मेधा (एआई), ऊर्जा, क्रिप्टोकरेंसी और उभरती प्रौद्योगिकियों सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने के अवसरों पर चर्चा हुई। सेना ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप ने दीर्घकालिक रणनीतिक जरूरत और साझा हितों के आधार पर पाकिस्तान के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार साझेदारी स्थापित करने में गहरी रुचि जताई है।’’
पाकिस्तान सरकार की ओर से पहली औपचारिक प्रतिक्रिया में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने गुरुवार को कहा कि सेना प्रमुख मुनीर और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच बैठक से पाकिस्तान-भारत संघर्ष के बारे में अपनी बात रखने में मदद मिली। आसिफ ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ यह पहली बार है कि किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख को आमंत्रित किया है और उनसे मुलाकात की है। ’’ ट्रंप-मुनीर की बैठक को पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों के 78 साल के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण मोड़ बताते हुए आसिफ ने कहा कि यह घटनाक्रम शासन के वर्तमान ‘हाइब्रिड मॉडल' की सफलता है, जिसमें निर्वाचित सरकार और सेना शामिल हैं।
इस बैठक को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं उन्हें (मुनीर) यहां इसलिए बुलाना चाहता था कि मैं युद्ध न करने, संघर्ष खत्म करने के लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। जैसा कि आप जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ समय पहले यहां से गए हैं और हम भारत के साथ एक व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं इसलिए भी मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। हम पाकिस्तान के साथ व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं।’’ ट्रंप ने कहा कि वह 'खुश' हैं कि 'दो बहुत ही समझदार' लोगों ने उस युद्ध को जारी न रखने का फैसला किया। वह एक परमाणु युद्ध हो सकता था।
उन्होंने कहा, ‘‘वे दो परमाणु शक्तियां हैं, बड़ी परमाणु शक्तियां, और उन्होंने (संघर्ष को समाप्त करने के लिए) ऐसा फैसला किया।’’ मुनीर की मेजबानी करने से कुछ घंटे पहले ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष को समाप्त करने का श्रेय लिया, लेकिन बैठक के बाद मीडिया को दिए अपने संबोधन में उन्होंने इसे नहीं दोहराया।
यह पूछने पर कि क्या मुनीर के साथ हुई बैठक में ईरान पर चर्चा की गयी, ट्रंप ने कहा, ‘‘खैर, वे ईरान को बहुत अच्छी तरह, ज्यादातर लोगों से बेहतर जानते हैं और वे किसी भी चीज से खुश नहीं हैं। ऐसा नहीं है कि इजराइल के साथ उनके खराब रिश्ते हैं। वे असल में दोनों को जानते हैं लेकिन शायद वे ईरान को बेहतर जानते हैं लेकिन वे देख रहे हैं कि क्या चल रहा है और उन्होंने मुझसे सहमति जतायी है।’’