भोपाल
हरियाणा में गुमशुदा हुई नाबालिग किशोरी को सिख समाज के लोगों ने भोपाल में पाया है। नाबालिग को उत्तराखंड में ढाबे पर काम करने वाला मुस्लिम युवक ने बहला-फुसलाकर घर से भगाया था और उसे भोपाल (Bhopal) ले आया था। किशोरी के परिवार ने उसकी गुमशुदगी के बाद सिख समाज के तमाम व्हाट्सएप ग्रुपों और सोशल मीडिया के अलग-अलग माध्यमों पर फोटो साझा की थी। जिसकी मदद से उसे भोपाल में खोजा गया है।
बता दें कि सिख समाज के लोगों ने भोपाल में किशोरी को मिनाल मॉल में घूमते देखा तो रोक लिया। उसके साथ मुस्लिम युवक भी मौजूद था। समाज के लोगों ने युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं भोपाल पुलिस की सूचना पर हरियाणा के यमुनानगर में सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपित मुस्लिम युवक पर अपहरण का केस दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, उत्तराखंड के चमोली का रहने वाला 23 वर्षीय साबिर अली देहरादून में ढाबे पर काम करता है। पांच महीने पहले इंटरनेट पर उसने हरियाणा के यमुनानगर में रहने वाली सिख किशोरी से दोस्ती की थी। किशोरी के पिता बैंक में कार्यरत हैं। साबिर किशोरी को बहला-फुसलाकर 25 मई को घर से भगा लाया था। वह उसे लेकर पहले देहरादून पहुंचा, फिर दिल्ली और तीन दिन पहले भोपाल आया था।
किसी को शक न हो इसीलिए युवक अलग होटल में रुका था और किशोरी को दूसरी होटल में रुकवाया। गुरुवार दोपहर को साबिर मिनाल मॉल के रेस्टोरेंट में काम की बात करने गया था, इस बीच किशोरी मॉल में घूम रही थी। सिख समाज के व्यक्ति ने किशोरी को देखा तो पहचान गया। उसने फोन के जरिए उसके स्वजनों और समाज के लोगों को सूचना दी और फिर युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।