जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल इस महत्वपूर्ण मामले की पैरवी कोर्ट में करेंगे। मौलाना मदनी ने कहा है कि यह मुसलमानों के अस्तित्व का सवाल नहीं बल्कि उनके अधिकारों का सवाल है।
उत्तराखंड में UCC लागू करने के फैसले का जमीयत उलमा-ए-हिंद ने किया विरोध, नैनीताल हाई कोर्ट में दायर की याचिका
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