जम्मू कश्मीर
जम्मू की धरती से निकली एक खास सिंगल माल्ट व्हिस्की "ज्ञानचंद अम्बरा" ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर धमाल मचा दिया है। डेवन्स मॉडर्न ब्रुअरीज की इस नई पेशकश को इंटरनेशनल व्हिस्की कॉम्पिटिशन (IWC) 2025 में "बेस्ट इंडियन सिंगल माल्ट" और "बेस्ट इंडियन व्हिस्की" का खिताब मिला है।
अमेरिका में मुकाबला, दुनियाभर की व्हिस्कियों को पीछे छोड़ा
यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता अमेरिका के लास वेगास में हुई, जिसमें दुनियाभर की बेहतरीन व्हिस्कियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता की खास बात यह है कि सभी ब्रांड्स का स्वाद ब्लाइंड टेस्टिंग के ज़रिए परखा जाता है। यानी जज को यह नहीं बताया जाता कि वे किस ब्रांड की व्हिस्की चख रहे हैं। हर कैटेगरी में केवल तीन पुरस्कार – गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज दिए जाते हैं। ऐसे में ज्ञानचंद अम्बरा का दो शीर्ष अवॉर्ड जीतना भारत के लिए गर्व की बात है।
जम्मू में बनी, दुनिया में छाई
ज्ञानचंद अम्बरा को जम्मू की डिस्टिलरी में तैयार किया गया है। यह डेवन्स की पहली अनपीटेड सिंगल माल्ट व्हिस्की है, जिसे अमेरिकी बॉर्बन बैरल्स में परिपक्व किया गया है। इसका गहरा एंबर रंग, और शहद, सूखी खुबानी और भुने हुए मसालों जैसे स्वाद इसे खास बनाते हैं।
डेवन्स के चेयरमैन प्रेम देवान ने इस जीत को परंपरा और आधुनिक सोच का मेल बताया। उन्होंने कहा कि ज्ञानचंद अम्बरा दशकों के अनुभव और अंतरराष्ट्रीय स्वाद को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
विश्व प्रसिद्ध समीक्षक भी हुए प्रभावित
दुनिया के मशहूर व्हिस्की समीक्षक जिम मरे, जिन्होंने व्हिस्की बाइबल (Whisky Bible) जैसी प्रसिद्ध किताब लिखी है, उन्होंने इसे चखने के बाद हैरानी जताते हुए कहा, "क्या यह सच में भारतीय व्हिस्की हो सकती है?"
ज्ञानचंद अम्बरा को मिला यह सम्मान सिर्फ एक ब्रांड की जीत नहीं, बल्कि पूरी भारतीय स्पिरिट इंडस्ट्री की उपलब्धि है। इससे साफ है कि अब भारतीय व्हिस्की को भी वैश्विक मंचों पर गंभीरता से लिया जा रहा है।