भोपाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने संगठन चुनाव के दौरान पार्टी की लगातार हार के लिए अप्रत्यक्ष रूप से पुराने नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जब नेता पार्टी से बड़े हो गए, तभी कांग्रेस कमजोर होने लगी और विधानसभा, लोकसभा से लेकर स्थानीय निकाय चुनाव तक हार का सिलसिला जारी रहा। हरदा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने साफ संकेत दिए कि कांग्रेस अब नेतृत्व और संगठन में नई ऊर्जा के साथ बदलाव के रास्ते पर है।
पटवारी ने कहा कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने तय किया है कि अब संगठन की ताकत कार्यकर्ताओं को दी जाएगी। जिला और ब्लॉक स्तर पर अध्यक्षों का चयन सीधे कार्यकर्ता करेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे चुनाव में सक्रिय रहें और सही नेतृत्व को चुने। इस बयान से साफ है कि अब कांग्रेस में शीर्ष से लेकर जमीनी स्तर तक नई रणनीति बनाई जा रही है।
किसानों के मुद्दे पर BJP पर जमकर बोला हमला
जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को घेरते हुए कहा कि सरकार किसान हितैषी होने का दावा कर रही है, लेकिन समर्थन मूल्य पर गेहूं और धान की खरीद नहीं हो रही। उन्होंने मूंग खरीदी को कांग्रेस के आंदोलन का परिणाम बताया और पूछा कि अगर सरकार वाकई किसान हितैषी है तो धान 3100 रुपये और गेहूं 2700 रुपये प्रति क्विंटल क्यों नहीं खरीद रही?
उन्होंने लाडली बहना योजना पर भी सरकार को घेरा और कहा कि 3000 रुपये देने का वादा करके अब सिर्फ 1250 रुपये दिए जा रहे हैं। रक्षाबंधन पर 250 रुपये देने की घोषणा को उन्होंने महज दिखावा बताया। उन्होंने कहा कि सिर्फ 250 रुपये बढ़ाये गये जिससे अब 1 किलो मिठाई का ढिब्बा भी नहीं आता है।
संगठन चुनाव के जरिए बदलाव की शुरुआत
पटवारी ने कहा कि कांग्रेस अब नेतृत्व परिवर्तन नहीं, बल्कि संगठन को मजबूत बनाने में जुटी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे नए नेतृत्व की पहचान करें और संगठन की रीढ़ बनें। उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस अब पहले जैसी नहीं रही और बदलाव की इस लहर में हर कार्यकर्ता की भूमिका अहम है।