इस्लामाबाद
पाकिस्तान में गजब का घोटाला सामने आया है। इसमें जॉगर्स, जूतों और गर्म ट्राउजर्स पर अरबों रुपए के एडवांस पेमेंट की बात सामने आई है। हैरानी की बात यह है कि इन सामनों की डिलीवरी मिली ही नहीं। सिर्फ इतना ही नहीं, तटीय रक्षा के लिए नौका खरीद में भी ऐसा ही खेल सामने आया है। यह सब हुआ है पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय के तहत आने वाले सिविल कानून प्रवर्तन एजेंसियों में। ऑडिट रिपोर्ट में यह खुलासा होने के बाद वहां पर खलबली मची हुई है।
सुरक्षा से भी खिलवाड़
ताजा ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक इन तमाम खरीदारी में बेसिक नियमों का भी पालन नहीं हुआ है। द न्यूज इंटरनेशल के मुताबिक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे मामले में अनियमित खर्च, कुछ खास सप्लायर्स को फेवर करना और नियमों को तोड़ने जैसी गंभीर चीजें सामने आई हैं। यह ऑडिट पाकिस्तान के विभिन्न डिपार्टमेंट्स में हुई खरीदारी में की गई है। इनमें पाकिस्तान रेंजर्स, फ्रंटियर कोर, पाकिस्तानी तटरक्षक बल आदि शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक साफ नजर आ रहा है कि पैसों का जमकर दुरुपयोग हुआ है। इसमें यह भी सवाल उठ रहा है कि टेंडर प्रक्रिया भी गैर-पारदर्शी रही। डिलीवरी के पहले ही एडवांस पेमेंट कर दी गई।
जांच की मांग
ऑडिट रिपोर्ट में तमाम उदाहरण दिए गए हैं कि कैसे गलत ढंग से खरीदारी की गई। एक उदाहरण में बताया गया है कि पंजाब रेंजर्स ने ऊनी मोजों और आधी बांह के वेस्ट के लिए 43 मिलियन पाकिस्तानी रुपयों का कांट्रैक्ट दिया। जिन कंपनियों को यह ठेका दिया गया वह मानकों को पूरा नहीं कर रही थीं। लेकिन इसके बावजूद तकनीकी कमेटी ने इन्हें रिजेक्ट नहीं किया। ऑडिटर्स ने मामले में गलत ढंग से फेवर करने और जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच की भी मांग की है।
कोस्ट गार्ड ने भी किया खेल
रिपोर्ट में पाकिस्तानी कोस्ट गार्ड द्वारा अनियमितता की बात भी कही गई है। इसके मुताबिक पाकिस्तान कोस्ट गार्ड ने एक प्राइवेट कंपनी से बोट के लिए कांट्रैक्ट किया। मामले में 560 मिलियन पाकिस्तानी रुपयों का एडवांस पेमेंट किया गया। चार महीने के अंदर बोट मिल जानी थीं। डेडलाइन 23 जुलाई, 2024 के लिए थी। लेकिन जनवरी 2025 तक बोट की डिलीवरीहो नहीं पाई थी।